Saturday, November 14, 2009

हैदराबाद के अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय में हिन्दी एवं भारत अध्ययन विभाग की स्थापना

हैदराबाद स्थित, अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अभय मौर्य के सत्प्रयासों और भारत सरकार के अनुमोदन से हिन्दी एवं भारत अध्ययन विभाग की स्थापना हुई है . यह विभाग बहुत जल्द अपने विशेष पाठ्यक्रमो के साथ अध्यापन और शोध कार्य का शुभारम्भ करेगा । इस विभाग की स्थापना के प्रथम चरण में विभाग के लिए प्राध्यापकों की नियुक्तियां हो गई हैं । प्रो एम वेंकटेश्वर ( उस्मानिया विश्वविद्यालय के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष ) इस विभाग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त हुए हैं । विभाग के अन्य प्राध्यापक सदस्य -
डा रसाल सिंह ( दिल्ली ), डा रेखा रानी ( हैदराबाद ) - रीडर , डा प्रोमीला ( दिल्ली ), डा अभिषेक रोशन ( दिल्ली) ,
डा प्रियदर्शिनी ( बनारस ) और डा श्यामराव राठौड़ ( हैदराबाद ) - लेक्चरर हैं ।
अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय में हिन्दी और भारत अध्ययन विभाग का गठन देश की मौजूदा शैक्षिक
स्थितियों में चुनौतीपूर्ण और उल्लेखनीय है. यहां हिन्दी भाषा और साहित्य का अध्ययन और अध्यापन एक नई दृष्टि के साथ सम्पन्न करने का लक्ष्य लेकर शोध की दिशा निर्धारित करने का प्रयास किया जाएगा . भारतीय भाषाए और उनका साहित्य, इतिहास, संस्कृति, व्याकरण और काव्यशास्त्र की परम्पराओं को अध्ययन के शामिल किया जाएगा । यह एक अन्तर अनुशासनिक अध्ययन का केन्द्र होगा . हिन्दी भाषा को विदेशी भाषाओं और भारतीय भाषाओं से समन्वित करते हुए पाठ्य विषयों का निर्माण किया जायेगा । अनुवाद, मीडिया-अध्ययन, भाषिक अनुप्रयोग, साहित्य के पुनर्पाठ , सृजनशील लेखन, भारतीय साहित्य के संस्कृतिक अध्ययन अदि पर अधिक बल दिया जायेगा । राष्ट्रीय स्तर पर विशेषग्यों की सहायता से पाठ्यक्रम निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इस विश्वविद्यालय में हिन्दी भाषा और साहित्य के अध्यापन को नवीन आयाम प्रदान करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। एक बहुत ही नए कलेवर में यह विभाग शैक्षिक जगत में अपनी विशेष पहचान बनाएगा .

3 comments:

  1. स्वागत !!
    आपसे बड़ी आशाएँ हैं - शिक्षा और शोध की दुनिया को|

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  2. विभागाद्यक्ष पर पर नियुक्ति के लिए बधाई॥ अब विदेशी भाषाओं के साथ भारत की भाषाओं को भी प्रोत्साहित करने का अच्छा कदम उठाया है विश्वविद्यालय ने॥

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  3. Congrates sir
    Hope of the students will Blush to Ripe in your presence

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